जिंदगी एक चीट के सिलसिला है,
कोई मिल गया है कोई बच्चा है,
जिनहे माँगा है है अपनी डुआओ मी,
वो कैसी और दो बिन्ने मिलते मिल जाते हैं
दिल की जाक से है है मैने,
डर्ड उथ को भी मुझे भी वह मैने,
सार्न चुल्ती है जी जीना हाय पदेगा,
अप्नी तनहाई को भूत-भूत को पिया है हामी