खाबरुरत लम्हे बनती है जिंदगी,
खुशाली की आशा सावरी है जिंदगी,
मौट मिली अपनी जिटी जगति जिंदगी को करने के लिए,
मार्के भी किसीको जीना सिखाती है जिंदगी
खुशाली की खोज में हम गुमते हैं Yahan Wahaan,
कोई खोज हाय एक नाइ जान से बनती है जिंदगी
तमन्ना ई टू बहुत सारे है जो सपनो में बन्ंती है,
एक सपना भी हकीकत में साकार काती है जिंदगी
एक रहिह जोहेली यूसे मुक्कर की होती हैं,
हम Raah की साही Pahechan करती है जिंदगी।
खुसियान की महेफिल में खुशियां जीना सिखाती है,
दोको के सागर में भी काशी चालाटी है जिंदगी
ओन्स की बंडे बागो को लुबती है,
बार्शी की की बंडो से भी अभृद्धि है जिंदगी
बादालो के बीना आकाश भी सूर्य पद जाता है,
सूरज की तारा भी कभी जीना सिखाती है जिंदगी