ये बत तम को बटाणा भूल गाय
हुने मीता दीया जहां भी भी लिखे थी नाम तेरा
मगर अपने दिल से मिलेना भुल गाय
वो जुडा ह्यू एनस Muskurate ह्यू
मगर अपी पाल्कुं से आसू हतना भूल गय
मेरे अपनी रावत की फ़ुरसतान मी तुझ मनाौन तो मान जालना
केसी दीन जो में अपन आंसू लेके आऊँ तो मान जन
तू खुश नही मेरी बेका पार तो सरफ इटाना बाता
तेरी खुसी केलिए में सुनी पे मुस्कुराउण तो मान जन
तू बड़गुंम है है मेरी वफा पार तो शिरफ एक बार अझमा लेना
जो हार जाए तो लोउट जन ..
जो जीते जाउन तो मान जान …