Kuch Dil Ke Zajbaat

मुझ मेर wafa ka sila khoob mila hai
वो ख़ुदा गहराओ को कहीं माफ नहीं करता

यूके पे डेरे है और कभी नहीं है
दीखी है humne der भी भी और भी dono

Hamne chaman को देखचा apne जिगर लाहू से
काईटेरे हाय भी, फिर भी जिगर चेयर को मात्र

अब तक तू न कुबुल हुई कोई भी दूआ
अब मट हैंगी है कि क्या नहीं है

एक मौलता की अरज़ू मुझ कात वह उमर है
तुमने भी भिज दी भी बहना भी अब गया

कोई सर्फरोष हॉग जो तुज नज़ार मिलैये
हम तोहरे लोग हैं तेरी चौखट हैं

अभि से कू जालते हो तु छान घी क
इन्हें संभाल रखो मेरी कबर पे औरहेरा हो गया

जब भी आकाश टापू मेगा अपर हाय गरेगा
यूपर वाल से रीस्ता हाय कुछ आसा है हैमारा

Dil Ke Zakhm

कोई पुचे तो साहभी मुंजा क्या है है
भाल आँख मेरी क्यून हैम है ..

मेर संग डुखन के इश खजाणे को
उठे के भूले जने इश्ते ज़माना को ..

कोई तेह हो की संग जिस्क़ हम ..

शुरु करेन दुहराव के इश फ़साने को
एब चोद दो टुम इश दिवानी को।

दिल के जाख तो तुम ये दुनिया देखो कुकू
बच अब क्या है दीखे को

Dil Udas Hai Tere Ishqe Mein…

तू है मेरी सुभा में तू है मेरी रटोन में!
तुज और क्या कहूं तू अगर है तो मुख्य कूश हुन!
सरफ वाहम है मेरा या तेरा जादु है!
हर विक्षत मात्र कयालान में तुला चली अतीहई!
लगत है कि फोलन में सर्फ तेरी कुतुबु है!
फिर बिर दिल उदास है तेरे इश्क में ……… ..!
लम्मा लम्हे तेरे बिन ज़िंदगी अछूरी है!
तुज खीच जान है किती तू जरुरी है!
चन्द तारे देखो तुम भी नज़र अता है!
कहशा के के रस में तेरा घर भी है!
फिर बिर दिल उदास है तेरे इश्क में ……… ..!

हर फूल की बच्ची हैती है …!
चुप रेहें भी प्यार की निशाणी है …!
कुछ कोई जकात नहीं है … फिर भी कोई डर्ड का अहसास है …।!
लगत है दिल में एक तुत्ता आज भी हमें ते है … !!

फूल खिलता है बहारों का सा गरम है!
ऐईस माहम मुझे हाय ते प्यार जवान गरम है!
दिल की बैटन को हॉटन से नहीं कहता!
ये अफगान है कि निगहोन से सेक्स की वजह है!

जिंदगी जीने की कबील नाहती ..!
अगार क्वाडेन दुनिया बयाय ना हॉटी ..!
कोई माउथ की तामन्ना ना करथा ..!
अगार मोहब्बत में बेवफाई ना हॉटी .. !!

Meri Har Ek Ada Mein…

मेरी हर एक आज्ञा में चुपी थी मेरी तमन्ना,
तू न मेहसूस ना की ये और बात है,

मैने हर बांध तेरे हाय ख्वाब देखे,
मुहम्मद ताबिर ना मिली ये और बात है,

मैने जब भी तुझ से बात कर्ण चाही,
मुहम्मद अल्फज ना मील ये और बात है,

मुख्य मेरी तमन्ना के समंदर में दरवाजे तक निकली,
मुझ साहिल ना मिला ये और बात है,

कुदरत ने लिखी थी तुज मेरी तमन्ना मे,
तेरी क्यूमत में मुख्य ना था ये और बात है …

Suno acha nai lagta….

जब मुख्य सम्मानित तुम्हार् ..
तू ज़िकर करो गेरो का, अपान का ..
सूरो एक नई यात्रा …

मुंगे तू से तू नट तोड़ा ..
यूं हो नाम सा जीना ..
सूर्यो! अचा नै लीता …

यूं डोर टम से होना ..
khamoshion k बांजर मुख्य tanha rehna ..
सूर्यो! अचा नै लीता …

के मोन फियर जौ तुम मुज से ..
और मुख्य सदा जियाओन झूठ ..
सूर्यो! अचा नै लीता …

कश्मीर तुताओ मुजू एइस ..
डोर चली जाओ मुज से जेटी …
सूरो! अचारई लैग्टा …।
सूरो एक नई यात्रा …।

Hindi SMS

सपनो की दीन्या मेरे हम खाले गाय,
होश ने मुझे फर भी होश थोड़े गाये,
जेन्स क्या बात थी मुझे मेरी चह्र,
ना चले भी उकेले थोले गाय

Dil Se

जिंदगी एक चीट के सिलसिला है,
कोई मिल गया है कोई बच्चा है,
जिनहे माँगा है है अपनी डुआओ मी,
वो कैसी और दो बिन्ने मिलते मिल जाते हैं

दिल की जाक से है है मैने,
डर्ड उथ को भी मुझे भी वह मैने,
सार्न चुल्ती है जी जीना हाय पदेगा,
अप्नी तनहाई को भूत-भूत को पिया है हामी

Bahar Se Nafrat Thi..

बहार से नफरत थी,
पर दिल मुझे वो बस था था!
वो पागल सा एक लड़का,
जो देख के मुंह हांस्टा था !!

क्यूं ठुकरा? मँग को उस्की,
सुच के ए अब पतिटी है!
दिल के बदले दिल मंगा था,
सौदा कहानी ज्ञान था!

किस पचह? काईचुछु?
क्यूं नहीं है, अब दिखेये!
रोज़ गजारता था वो idhar से,
उस्का यहीं रास्ता था !!

दर्ड छू कर जीना उस्की,
बहुत पुरानी adat थी!
भीदर-भीतेर रोटा था वू,
बाहर-बहार हांस्टा था !!

Mujhe Tumse Mohabbat Hai…

मुह्बत ख़ुफ़ होती है!

कभी नदाना करती हैं
कभी नहीं हैती है

मुजू मालोम शेय!

बोहत नुक्सान कार्ती है
ये घर वीरान कार्ती हैं

जहां माननीय रोनकैन जिंदा
वू दिल सनसन कार्ती है

मगर एब सूर्य मेरी हामडैम!
मेरा करि मुबबत है

मुहम्मद वो हकीकत है!

जो दिल अबद करती हैं
सबी को शैड़ कृति है
मार्रोन को याद करें है

मुहम्मद ख़ौफ़ कब से है
मुबाद रोग कब से है

ये मार्शम है मेसाह है है
ये दीपक है ये दीया है

चलो आशा हुआ जान!
गया मुख्य जान ये जान!
सुनो फर घूर से जान!

मुजु तुमसे मुहम्मद है

फ़ातमीया फातिमीया