Tujhako bhool jane ko roz ki koshish karta hoon…

तुजको बुल जेन को राज़ की कोशीत हूं
तुजको भौल जौन गा फायर बात से डर्टी हुन है
तारा दरवाजा जेन भी मुख्य बिरादत केर नही सक्ता
के बिन तेरे एक पाल में हज़ार बार मर्ते हुन
गम जयाई का मुंह सेहणा ही पारा लकिन
जब भी संस लाह हुँ तूजको यदा कर हुन।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.